आगरा का मौसम हुआ सुहाना, बारिश से 12.5 डिग्री लुढ़क गया पारा
3 days ago - Environment

शुक्रवार को हुई बारिश और तेज हवाओं की वजह से आगरा का तापमान सामान्य से 12.5 डिग्री सेल्सियस नीचे चला गया। आगरा में 21.8 एमएम बारिश दर्ज की गई। बारिश के चलते शहर के निचले इलाकों में जलभराव भी हो गया। आगरा में अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से 12.5 डिग्री कम था। वहीं न्यूनतम तापमान में भी सामान्य से 4.4 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई और यह 19.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
मौसम का बदला मिजाज
आगरा में पिछले दिनों तेज धूप के तेवर बारिश ने ढीले कर दिए हैं। शुक्रवार सुबह करीब 5 बजे आसमान में बादल छा गए थे। इसके बाद तेज बारिश हुई, जिससे शहर का मौसम सुहाना हो गया। बारिश के कारण शहर के कई विद्यालयों ने सुबह अवकाश घोषित कर दिया। कई अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल न भेजने का फैसला किया।
बारिश के कारण हुई क्षति
आगरा के देहात क्षेत्र में दो स्थानों पर बिजली गिरी, जिससे पांच पशु हताहत हुए हैं। फतेहाबाद के हारकापुरा में बारिश के कारण एक मकान गिर गया, लेकिन यहां कोई हताहत नहीं हुआ। रनपुरा गांव में एक घर पर बिजली गिरने से मकान क्षतिग्रस्त हो गया। फतेहाबाद के ही प्रतापपुरा गांव में आकाशीय बिजली गिरने से दो भैंस मर गईं। किरावली के गांव बसेया बोबला में आकाशीय बिजली गिरने से तीन काली गाय मर गईं।
तापमान में गिरावट
आगरा में शुक्रवार को अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से 12.5 डिग्री कम था। वहीं न्यूनतम तापमान 19.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से 4.4 डिग्री कम था। आगरा प्रदेश का सबसे ठंडा जिला रहा। अन्य जिलों में अलीगढ़, मेरठ, बुलंदशहर, नजीबाबाद और शाहजहांपुर में भी तापमान में गिरावट दर्ज की गई।
आगे का पूर्वानुमान
मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को भी तेज हवा के साथ बूंदाबांदी होने की संभावना है। रविवार और सोमवार के लिए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अगले 24 घंटों में आगरा मंडल में मेघ गर्जन के साथ वज्रपात का अलर्ट जारी किया गया है। 6 मई तक बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है।
आगरा के विभिन्न क्षेत्रों में जलभराव
बारिश के कारण शहर के निचले इलाकों में जलभराव हो गया। लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने जलभराव वाले क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिए हैं। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
बिजली की व्यवस्था
भीषण गर्मी में बिजली की व्यवस्था बदहाल हो गई है। एक दर्जन फीडर लोड नहीं झेल पा रहे हैं। आए दिन फाल्ट और केबिन टूटने की समस्या बढ़ रही है। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने करोड़ों रुपये खर्च करके ढांचे को मजबूत करने का दावा किया था, लेकिन हकीकत में स्थिति जस की तस है।